त्यौहारों पर जमकर की जायेगी खरीदारी
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। मुजदिन-प्रतिदिन बढ रही महंगाई की मार से जहां आज आम जनता परेशान है वहीं इस बढती महंगाई की मार के बीच त्यौहारों के आने पर आम जनता के साथ-साथ व्यापारियों पर भी इसका पूरा असर देखने को मिल रहा है। महंगाई की मार झेल रहे व्यक्तियों को अब नवरात्रों में पूजा का सामान भी खरीदना मील का पत्थर साबित हो रहा है। नवरात्रों के दौरान पूजा व वृत में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं के दाम भी आसमान छू रहे है। जिसके लिए मां दुर्गा के भक्तों को पूजा के सामन में भी कटौती कर कम समय में ही पूरी पूजा समाप्त करनी पड रही है।
पितृपक्ष के समाप्त होते ही मां दुर्गा के नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र कल से प्रारम्भ हो जायेंगे। इन नवरात्रों को जनपद की जनता के साथ-साथ सम्पूर्ण देश में बडे ही धूमधाम के साथ पूर्ण रूप से छोटे बच्चों महिलाओं वृद्ध और पुरूष व्रत रखकर मां दुर्गा की सुबह से ही फल-फूलों व जल चढाकर पूजा अर्चना की जाती है। यहां तक की यज्ञ हवन भी किया जाता है। जिसमें सामग्री का पूर्ण रूप से उपयोग किया जाता है लेकिन इस बार मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने वाले भक्तों के लिए मां के व्रत में उपयोग किये जाने वाले सम्पूर्ण सामग्रियों के दाम बढने पर उक्त सामान में कटौती कर कम समय में ही पूर्ण पूजा अर्चना पूरी करनी पड रही है। क्योंकि देश में बढ़ रही दिन-प्रतिदिन इस महंगाई से देश की जनता परेशान है इस महंगाई की मार नवरात्रों से भी अछूती नहीं रह सकी। जिसका सीध असर नवरात्रों मंे पूजा की साम्रगी व व्रत में प्रयोग की जा रही फल सब्जियों के दामों में और ज्यादा उछाल आ गया है। नवरात्रों के दौरान नौ दिन तक उपवास रखा जाता है जिसमें फलों का विशेष महत्व है ऐसे में फलों की कीमते बढने पर उनका सीध असर लोगों की जेबों पर पडा है। नवरात्र में उपवास के कारण फलों और सब्जियों की मंाग बढ जाती है। जिनमें आलू अरवी और कट्टू का अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इनकी मांग बढने से इनके दाम बढा दिये है। नवरात्र शुरू हो जाने से फलों की कीमतों अधिक बढा दी गई है। इस दौरान बाजार में केले, सेब,अमरूद आदि पफलों के दाम आसमान छू रहे है वहीं पूजा में इस्तेमाल किये जाने वाला नारियल जो पहले 15 रूपये में मिल जाता था उसके भी दाम आसमान छू गये है वह अब 25 से 30 रूपये में मिल रहा है। इसी प्रकार कुट्टू का आटा भी जो 60 रूपये किलों मिलता था वह इस बार दस रूपये बढाकर 90 से 100 रूपये कर दिया गया है। यहीं नहीं अन्य वस्तुओं के दामों में भी 10 से 20 रूपये की वृद्धि कर दी गई है। यहां तक की पूजा में इस्तेमाल होने वाली फूलों की माला जो पहले 5-10 रूपये में मिल जाती थी वह भी आज 20 से 20 रूपये में मिल रही है। वहीं दूसरी ओर सदाबहार मौसम में आने वाला फल केले के दाम भी कम नहीं है जो पहले 25 से 30 रूपये बिक रहा था उसे दाम नवरात्रों से एक दिन पहले ही 40-50 रूपये पर पहुंच गये है। वहीं दूसरी ओर सेब 80 से 100 रूपये किलो तथा अनार 100 से 150 रूपये किलों तक बिक रहा है।
इतना ही नहीं नवरात्र के साथ ही त्योहारों की रौनक शुरू हो जाएगी। बाजार भी करोड़ों की खरीदारी से गुलजार होंगे। नवरात्र के साथ शुरू होने वाले आने वाले अगले 43 दिन तक 24 त्योहारों के पर्व की रोशनी से सीकर सराबोर रहेगा। 16 अक्टूबर से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र से लेकर 28 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा व गुरुनानक जयंती तक यहां के कारोबार का ग्राफ करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है।
कारोबारियों की माने तो एक के बाद एक लगातार आ रहे 24 त्योहारों को देखते हुए यहां के व्यापारियों ने अपने व्यापार का शेड्यूल तैयार कर स्टॉक करना शुरू कर दिया है। महंगाई के बाद भी सर्राफा व्यवसाय में जबरदस्त उछाल आने की भी उम्मीद भी जताई जा रही है। इस सीजन में ही विवाह मुहूर्त होने से भी व्यापारी कारोबार अच्छा होने की उम्मीद कर रहे हैं। शारदीय नवरात्र को लेकर अभी से बाजार सज चुके हैं। इसी दिन से खरीदारी का दौर भी शुरू हो जाएगा।
प्रमुख वाहन कंपनियों के एजेंटों का माने तो इस बीच बाइक, स्कूटर, जीप, कार एवं लग्जरी वाहनों का कारोबार भी कई से अधिक का होने के अनुमान लगाया जा रहा है। पिछली दीपावली की सीजन में ही जबरदस्त बिक्री हुई थी। वाहनों की बिक्री 16 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी जो लगातार दीपावली व इसके बाद भी बनी रहेगी।
पितृपक्ष के समाप्त होते ही मां दुर्गा के नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र कल से प्रारम्भ हो जायेंगे। इन नवरात्रों को जनपद की जनता के साथ-साथ सम्पूर्ण देश में बडे ही धूमधाम के साथ पूर्ण रूप से छोटे बच्चों महिलाओं वृद्ध और पुरूष व्रत रखकर मां दुर्गा की सुबह से ही फल-फूलों व जल चढाकर पूजा अर्चना की जाती है। यहां तक की यज्ञ हवन भी किया जाता है। जिसमें सामग्री का पूर्ण रूप से उपयोग किया जाता है लेकिन इस बार मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने वाले भक्तों के लिए मां के व्रत में उपयोग किये जाने वाले सम्पूर्ण सामग्रियों के दाम बढने पर उक्त सामान में कटौती कर कम समय में ही पूर्ण पूजा अर्चना पूरी करनी पड रही है। क्योंकि देश में बढ़ रही दिन-प्रतिदिन इस महंगाई से देश की जनता परेशान है इस महंगाई की मार नवरात्रों से भी अछूती नहीं रह सकी। जिसका सीध असर नवरात्रों मंे पूजा की साम्रगी व व्रत में प्रयोग की जा रही फल सब्जियों के दामों में और ज्यादा उछाल आ गया है। नवरात्रों के दौरान नौ दिन तक उपवास रखा जाता है जिसमें फलों का विशेष महत्व है ऐसे में फलों की कीमते बढने पर उनका सीध असर लोगों की जेबों पर पडा है। नवरात्र में उपवास के कारण फलों और सब्जियों की मंाग बढ जाती है। जिनमें आलू अरवी और कट्टू का अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इनकी मांग बढने से इनके दाम बढा दिये है। नवरात्र शुरू हो जाने से फलों की कीमतों अधिक बढा दी गई है। इस दौरान बाजार में केले, सेब,अमरूद आदि पफलों के दाम आसमान छू रहे है वहीं पूजा में इस्तेमाल किये जाने वाला नारियल जो पहले 15 रूपये में मिल जाता था उसके भी दाम आसमान छू गये है वह अब 25 से 30 रूपये में मिल रहा है। इसी प्रकार कुट्टू का आटा भी जो 60 रूपये किलों मिलता था वह इस बार दस रूपये बढाकर 90 से 100 रूपये कर दिया गया है। यहीं नहीं अन्य वस्तुओं के दामों में भी 10 से 20 रूपये की वृद्धि कर दी गई है। यहां तक की पूजा में इस्तेमाल होने वाली फूलों की माला जो पहले 5-10 रूपये में मिल जाती थी वह भी आज 20 से 20 रूपये में मिल रही है। वहीं दूसरी ओर सदाबहार मौसम में आने वाला फल केले के दाम भी कम नहीं है जो पहले 25 से 30 रूपये बिक रहा था उसे दाम नवरात्रों से एक दिन पहले ही 40-50 रूपये पर पहुंच गये है। वहीं दूसरी ओर सेब 80 से 100 रूपये किलो तथा अनार 100 से 150 रूपये किलों तक बिक रहा है।
इतना ही नहीं नवरात्र के साथ ही त्योहारों की रौनक शुरू हो जाएगी। बाजार भी करोड़ों की खरीदारी से गुलजार होंगे। नवरात्र के साथ शुरू होने वाले आने वाले अगले 43 दिन तक 24 त्योहारों के पर्व की रोशनी से सीकर सराबोर रहेगा। 16 अक्टूबर से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र से लेकर 28 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा व गुरुनानक जयंती तक यहां के कारोबार का ग्राफ करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है।
कारोबारियों की माने तो एक के बाद एक लगातार आ रहे 24 त्योहारों को देखते हुए यहां के व्यापारियों ने अपने व्यापार का शेड्यूल तैयार कर स्टॉक करना शुरू कर दिया है। महंगाई के बाद भी सर्राफा व्यवसाय में जबरदस्त उछाल आने की भी उम्मीद भी जताई जा रही है। इस सीजन में ही विवाह मुहूर्त होने से भी व्यापारी कारोबार अच्छा होने की उम्मीद कर रहे हैं। शारदीय नवरात्र को लेकर अभी से बाजार सज चुके हैं। इसी दिन से खरीदारी का दौर भी शुरू हो जाएगा।
प्रमुख वाहन कंपनियों के एजेंटों का माने तो इस बीच बाइक, स्कूटर, जीप, कार एवं लग्जरी वाहनों का कारोबार भी कई से अधिक का होने के अनुमान लगाया जा रहा है। पिछली दीपावली की सीजन में ही जबरदस्त बिक्री हुई थी। वाहनों की बिक्री 16 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी जो लगातार दीपावली व इसके बाद भी बनी रहेगी।
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