नई दिल्ली: दिल्ली गैंगरेप के बाद नेताओं का आपत्तिजनक बयानबाजी से कुछ गहरा ही रिश्ता हो गया है. मंगलवार को एसपी नेता अबू आजमी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि रेप ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं होते हैं.
आजमी के इस बयान की राजनीतिक पार्टियों ने कड़ी आलोचना की है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने उनके बयान को दूषित मानसिकता करार दिया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए. साथ ही उन्होंने नेताओं से इस तरह की बयानबाजी न करने का आग्रह किया है.
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने आजमी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के जख्मों पर नमक न छिड़का जाय. महिलाओं की ताकत नहीं बन सकते तो उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करना तो बंद करो.
वहीं, दूसरी तरफ एसपी नेता राम आसरे ने आजमी के बयान का समर्थन किया है. उनका कहना है कि भारतीय संस्कृति में पहले बॉयफ्रेंड, गर्लफ्रेंड नहीं होते थे, कजिन होते थे.
गौरतलब है कि आजमी ने अपने बयान में कहा था कि अगर रेप के दोषियों के लिए मौत की सजा का कानून हो सकता है, तो महिलाओं के देर रात तक गैर मर्द के साथ घूमने पर रोक लगाने वाला कानून भी होना चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि शहरों में बॉयफ्रेंड, गर्लफ्रेंड का फैशन हो चला है.
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