लाहौर. जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कैदी को बुरी तरह से पीटने से उसकी मौत हो गई है। चमेल सिंह नाम का भारतीय लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद था और उसकी पांच साल की सजा पूरी होने वाली थी। हाल ही में एलओसी पर दो भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। इसके बाद भी पाकिस्तान गंभीर नहीं हुआ है।
रिपोर्टों के मुताबिक उसे जेल के स्टाफ ने दो दिन पहले बुरी तरह से पीटा था जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और दो दिन बाद उसने दम तोड़ डाला। पाकिस्तानी की मीडिया रिपोर्ट में इसी जेल से रिहा हुए वकील तहसीन खान के हवाले से कहा गया है कि उसने 15 जनवरी को जेल स्टाफ को भारतीय कैदी को पीटते हुए देखा था। तब चमेल सिंह जेल में कपड़े धो रहा था। इसके बाद लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दो दिनों बाद भारतीय कैदी की मौत हो गई थी। भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने 15 जनवरी को भारतीय कैदी की लाहौर में मौत के बारे में औपचारिक तौर पर सूचित किया था। हालांकि उन्हें मौत की वजह के बारे में नहीं बताया गया। आगे पढ़िए बॉर्डर पर कैसे चौकस रहते हैं भारतीय जवान-
54 भारतीय सैनिक बंद हैं पाकिस्तान की जेल में
1965 और 1971 के युद्ध के बाद से पाकिस्तान की जेलों में 54 भारतीय सैनिक बंद हैं। यह आंकड़ा 2012 में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था। भारत ने कई बार पाक के सामने इस मुद्दे को उठाया है लेकिन पाक हर बार अपनी जेलों में 1965 और 1971 के युद्धबंदियों की बात होने से इंकार करता रहा है। रक्षा मंत्री ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में कहा था कि दोनों युद्धों के बाद से लेकर आज तक 54 सैनिक लापता हैं। इनके पाकिस्तान की जेलों में बंद होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री ने कहा था कि गुम सैनिकों के रिश्तेदारों ने जून 2007 में पाकिस्तान की दस जेलों का दौरा किया था। हालांकि इस दौरे में शामिल लोग पाक जेलों में भारतीय सैनिकों के होने की बात का पक्के तौर पर पता नहीं लगा सके थे।
पाक सैनिकों की हाल ही में एलओसी पर की नापाक हरकत के बाद सीमा पर उपजे तनाव के बीच भास्कर ने अपने चार संवाददाताओं को बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर की विभिन्न चौकियों की चौकसी का जायजा लेने भेजा।
बीकानेर
हाई अलर्ट पर बीएसएफ सूरज निकले चार घंटे बीत चुके हैं, बॉर्डर पर कोहरा है। वॉच टावर पर खड़े जवान पाकिस्तानी रेंजर्स की हरकतों पर दूरबीन से नजर रखे हैं।
पैदल, ऊंट सवार और डॉग स्क्वॉड अलग-अलग पेट्रोलिंग कर रहे हैं। कंपनी कमांडर जिप्सी से प्रत्येक वॉच टावर पहुंचकर चौकसी कर रहे जवान से पल-पल की खबर ले रहे हैं। सीमा पर हालात सामान्य है लेकिन मुस्तैद जवान किसी भी हालात से दो दो हाथ करने को तैयार हैं।
-बीकानेर से नवीन शर्मा की रिपोर्ट
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