जयपुर.प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे एक युवक को रसोई गैस कनेक्शन लेने के लिए नाजायज तरकीब दिखाना महंगा पड़ गया। वह पुलिस अफसर की वर्दी पहनकर एजेंसी पहुंचा। वहां मौजूद पुलिसकर्मी को उस पर शक हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर डॉ. गिर्राज लाल ने बताया कि आरोपी वरुण भारद्वाज (24) निवासी अग्रवाल फार्म, मानसरोवर है। वह पिछले कुछ माह से चित्रकूट, वैशाली नगर में रहता है।
दोपहर करीब 2:30 बजे वह बाइक पर आईपीएस की वर्दी में गांधीपथ पर गैस एजेंसी में पहुंचा। वहां मौजूद रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात हैडकांस्टेबल राजूलाल ने वरुण से पूछा- एसपी साहब आप कहां तैनात हैं। सकपकाए वरुण ने खुद को दिल्ली इंटेलीजेंस में एसपी होना बताया। फिर खुद के मोबाइल फोन से किसी को फोन कर कहा कि उसे थाने ले आओ मुझे उसका रिमांड लेना है।
वरुण के बातचीत के तरीके व उसे बाइक पर देखकर राजूलाल को शक हुआ। उसने स्पेशल टीम में तैनात एक एएसआई से फोन पर बातचीत कराने का प्रयास किया, लेकिन वरुण ने उसे धमका दिया और बाइक पर चला गया।
रु.1200 में वर्दी, रु.500 में बैज.. बन बैठा एसपी
निजी कॉलेज से इंजीनियरिंग के छात्र रहे वरुण ने पूछताछ में बताया कि उसके पिता राजकीय सेवा में अकाउंटेंट हैं। वह परिवार से अलग रहता है। उसे गैस सिलेंडर चाहिए था, इसलिए वह आईपीएस की वर्दी पहनकर कनेक्शन लेने एजेंसी पर गया था।
वर्दी के बारे में पूछने पर बताया कि अक्टूबर में रिजर्व पुलिस लाइन चांदपोल के सामने एक दुकान से 12 सौ रु. में पुलिस की वर्दी सिलवाई, करीब पांच सौ रु. में आईपीएस के बैज, टैग, टोपी व डंडा खरीदा था। थाना प्रभारी महमूद खान भी वर्दी में देख चौंके, फिर कार्ड दिखाने को कहा। वरुण घबराया तो पकड़ लिया और कहा- चलिए एसपी साहब आपसे तो थाने जाकर ही आगे की बातें करेंगे।
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