इलाहाबाद: इलाहाबाद में मकर संक्रांति के मौके पर महाकुंभ का आगाज पहले शाही स्नान के साथ सोमवार को हुआ. संगम में 1 करोड़, 10 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. अब दूसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या के दिन यानि 10 फरवरी को और तीसरा शाही स्नान वसंत पंचमी के दिन यानी 15 फरवरी को होगा. कुल 55 दिन के इस महाकुंभ मेले में इन शाही स्नान के अलावा कुछ और स्नान की तारीखें तय हैं, जिनका इस महाकुंभ में विशेष महत्व है.
13 अखाड़ों ने किया शाही स्नान
प्रशासन के मुताबिक, सोमवार को एक करोड़ 10 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. इनमें 13 अखाड़ों के साधु-संत भी शाही स्नान में शामिल हुए. दिलचस्प बात ये है कि शाही स्नान के लिए हर अखाड़े का क्रमवार समय तय होता है.
शाही स्नान के लिए अखाड़ों का समय –
- महानिर्वाणी अखाड़े के साधु सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर
- निरंजनी अखाड़े के साधु 7 बजकर 5 मिनट पर
- जूना आह्वान और अग्नि अखाड़े के साधु 8 बजे
- निर्वाणी अखाड़े के लिए सुबह 10 बजकर 40 मिनट का
- दिगंबर 11 बजकर 20 मिनट और
- निर्मोही अखाड़े के लिए 12.20 मिनट का वक्त
- नया उदासीन पंचायती अखाड़ा 1 बजकर 15 मिनट
- बड़ा उदासीन 2 बजकर 20 मिनट
- निर्मल अखाड़े के लिए 3 बजकर 40 मिनट पर
- निरंजनी अखाड़े के साधु 7 बजकर 5 मिनट पर
- जूना आह्वान और अग्नि अखाड़े के साधु 8 बजे
- निर्वाणी अखाड़े के लिए सुबह 10 बजकर 40 मिनट का
- दिगंबर 11 बजकर 20 मिनट और
- निर्मोही अखाड़े के लिए 12.20 मिनट का वक्त
- नया उदासीन पंचायती अखाड़ा 1 बजकर 15 मिनट
- बड़ा उदासीन 2 बजकर 20 मिनट
- निर्मल अखाड़े के लिए 3 बजकर 40 मिनट पर
शाही स्नान के अलावा अन्य स्नानों का भी विशेष महत्व है.
ये स्नान पर्व इस तरह हैं-
27 जनवरी को होने वाले पौष पूर्णिमा का स्नान.
25 फरवरी को होने वाले माघी पूर्णिमा का स्नान.
10 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन होने वाला स्नान.
sabhae shrinews.com
No comments:
Post a Comment