सचिन धीमान
नई दिल्ली (अलर्ट न्यूज)। मुजफ्फरनगर से आये किसान नेता डा. उदयवीर सिंह ने रंगराजन समिति के विरोध में उपस्थित भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि रंगराजन समिति स्वयं में अनेकों प्रश्नचिन्हों से घिरी हुई है तथा यह रिपोर्ट पास होना तो दूर सदन के पटल पर रखने के योग्य भी नहीं है। इस रिपोर्ट को तैयार करने में किसी भी किसान संगठन या ऐसे किसान नेता के सुझाव नहीं लिये गये। केवल देश के टेक्नोक्रेट जिन्हें कृषि संबधि लेसमात्र भी ज्ञान नहीं है। उनको भारत के किसानों का भाग्य लिखने का दायित्व सौंपा गया। उत्तर भारत और दक्षिण भारत की कृषि में पैदावार तथा चीनी की रिक्वरी में भारी अंतर है। परंतु समिति ने सभी को एक ही पैमाने से या एक ही तराजू पर तौल दिया। डा. उदयवीर सिंह ने माननीय न्यायपालिका की भूरी-भूरी प्रसन्नसा की कोई पीछे 20 वर्षों में माननीय वीएम सिंह के सौजन्य से किसानों के जो मुकदमे लडे गये उनमें किसानों को भारी राहत माननीय न्यायपालिका द्वारा मिली। डा. सिंह ने किसानों की एकता पर बल दिया और कहा कि आज समय किसान को संगठित होने का आ गया है। यदि हम संगठित न हुए तो हमारे अस्वित्व खतरे में पड जायेगा।
किसानों की इस महापंचायत को बेहद सफल संचालन विकास बालियान मंडल संयोजक राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने किया। उन्होंने बीच बीच में शेयरों शायरी द्वारा वार्तावरण का समा बांधे रखा। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर भानू प्रताप सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन भानू ने की।
नई दिल्ली (अलर्ट न्यूज)। मुजफ्फरनगर से आये किसान नेता डा. उदयवीर सिंह ने रंगराजन समिति के विरोध में उपस्थित भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि रंगराजन समिति स्वयं में अनेकों प्रश्नचिन्हों से घिरी हुई है तथा यह रिपोर्ट पास होना तो दूर सदन के पटल पर रखने के योग्य भी नहीं है। इस रिपोर्ट को तैयार करने में किसी भी किसान संगठन या ऐसे किसान नेता के सुझाव नहीं लिये गये। केवल देश के टेक्नोक्रेट जिन्हें कृषि संबधि लेसमात्र भी ज्ञान नहीं है। उनको भारत के किसानों का भाग्य लिखने का दायित्व सौंपा गया। उत्तर भारत और दक्षिण भारत की कृषि में पैदावार तथा चीनी की रिक्वरी में भारी अंतर है। परंतु समिति ने सभी को एक ही पैमाने से या एक ही तराजू पर तौल दिया। डा. उदयवीर सिंह ने माननीय न्यायपालिका की भूरी-भूरी प्रसन्नसा की कोई पीछे 20 वर्षों में माननीय वीएम सिंह के सौजन्य से किसानों के जो मुकदमे लडे गये उनमें किसानों को भारी राहत माननीय न्यायपालिका द्वारा मिली। डा. सिंह ने किसानों की एकता पर बल दिया और कहा कि आज समय किसान को संगठित होने का आ गया है। यदि हम संगठित न हुए तो हमारे अस्वित्व खतरे में पड जायेगा।
किसानों की इस महापंचायत को बेहद सफल संचालन विकास बालियान मंडल संयोजक राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने किया। उन्होंने बीच बीच में शेयरों शायरी द्वारा वार्तावरण का समा बांधे रखा। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुर भानू प्रताप सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन भानू ने की।
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