मंगलवार को शामली जनपद में दो की ठंड से मौत
सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। देश के तमाम इलाकों में ठंड का कहर जारी है लेकिन उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में ठंड अपना कहर बरपा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद मुजफ्फरनगर का तापमान दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है जो शून्य से भी नीचे रिकार्ड किया जा रहा है। ठंड के कारण मंगलवार को जनपद शामली में एक महिला सहित दो की मौत हो गयी है। इसके चलते पिछले 48 घंटों में जनपद मुजफ्फरनगर, शामली सहित उत्तर भारत में रविवार को 26 लोगों की हाड कम्पकंपा देने वाली ठंड से मौत हो चुकी है। जबकि यूपी में पिछले रविवार को 17 लोगांे की ठंड के कारण मौत हो चुकी है। लोगों की माने तो इस बार ठंड ने पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड दिया है। परंतु मजे की बात यह है कि ठंड प्रतिदिन बढने के साथ साथ सूरज देवता भी अपने दर्शन रोजाना लोगों को दे रहे है जिस कारण लोगों को दिन में कुुछ राहत महसूस होती है। परंतु ठंड फिर भी चरम पर है। जनपद मुजफ्फरनगर में कल दिन सबसे ज्यादा थी। सोमवार को मुजफ्फरनगर का तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियम दर्ज किया गया था। मंगलवार को भी मुजफ्फरनगर का तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है।
ठंड के कारण मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के ग्राम गंगेरू निवासी जहर कुरैशी तथा ग्राम डूडाखेडा निवासी इमरती की मौत हो गयी है।
इस बार लोगों को कोहरे से कुछ राहत मिली है। वहीं दूसरी ओर कोहरे का असर ट्रेनों की आवाजाही पर भी पड़ा है। ट्रेनों और फ्लाइट्स का लेट होने का सिलसिला जारी हैठंड के कारण यातयात भी पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। सडकांे पर दौडने वाले वाहनों के पहियांे में ठंड का ब्रेक लग गया है तो कुछ वाहन धीमी गति से चल रहे है। वहीं दूसरी ओर ठंड में कोहरे को मध्यनजर रखते हुए करीब दो माह पहले ही दर्जनों से ज्यादा ट्रनों को रद््द कर दिया गया था तो कुछ ट्रेने तीन-चार घंटे तक रद्द चल रही है। जिसके कारण ठिठुर भरी ठंड में यात्रियों को स्टेशनों पर टेªनों के आने के इंतजार में खडे देखा रहा है।
हलांकि सुबह दस बजे के लगभग सूर्यदेव ने अपनी झलक दिखला दी थी लेकिन बुधवार को देखना है कि वह भी बाहर आएंगे या अपने घर दुबके रहेंगे। मौसम विभाग के सूत्रों की माने तो आज सुबह हवा का रुख कल और परसों के मुकाबले ज्यादा तेज था। हवा की रफ्तार एक से चार किलोमीटर प्रति घंटे की बनती बिगड़ती रही। सुबह कल की तरह कोहरे का नामोनिशां दूर दूर तक नहीं था। विजिबिलिटी साफ थी।
वैसे मंगलवार सुबह बर्फीली हवाओं के बाद सुबह दस बजे जब सूर्य देव ने दर्शन दिए, तो लोगों ने कुछ राहत की सास ली। दोपहर तक सुबह के मुकाबले शीत लहर में कमी आई, लेकिन ठंडक बनी रही। दोपहर बाद मौसम सामान्य के बराबर सा दिखाई दिया। इस ठंडक की परवाह न करते हुए लोग जरा सी धूप किसी तरह बदन को छू भर जाए, सी हसरत लिए बाहर सड़कों और पार्कों तक पहुंच गए। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो एक दिन तक इसी तरह का सिलसिला चलता रहेगा। कभी ठंडी हवा हौले हौले चलेगी तो कभी तेज झोंका देकर ठिठुरने को मजबूर कर देगी।
चाय समोसे की दुकानों वालों की कट रही चांदी
ठिठुरभरी ठंड से जहां लोगों अपने ठंडे होते शरीर को तापने के लिए गर्म चाय, कॉफी आदि का सहारा ले रहे है। चाय की दुकानों व होटलों में लोगों को चाया कॉफी पीते देखा जा रहा है। स्टेशनों, बस स्टैण्ड, रोडवेज बस स्टैण्ड आदि जगह बनी चाय की दुकानों पर लोगो की भीड लगी हुई है। चाय समोसे वालों की ठंड में चांदी कट रही है। चाय पीने के बहाने लोग चाय की दुकानांे पर जाकर भट्टी के सामने खडे होकर अपने आपको तापते देखे जा रहे है।
गरीबों को भारी पड रही ठंड में दो जून की रोटी जुटाना
ठिठुरभरी ठंड से जहां लोगों का शरीर जाम होने की स्थिति में पहुंच गया है वहीं बर्फिली हवाओं से लोगों को ओर भी ज्यादा परेशानी में डाल दिया है। गरीब मजदूरांे को भारी परेशानी में देखा जा रहा है। गरीब मजदूर लोग इस ठंड में भी पेट की भूख मिटाने के लिए मजदूर पर जाने को मजबूर है और ठंड में भी दो जून की रोटी कमाने के लिए ठंडे पानी तक में काम कर रहे है। जबकि अमीर लोग अपने घरों में रजाईयों में बैठे है तो वहीं कुछ लोग अपने ऑफिसों में हिटर लगाकर आमराम फरमाते देखे जा रहे है लेकिन कुछ भी हो ठंड का ज्यादा असर गरीबों की रोजी रोटी पर पड रहा है। यदि गरीब काम पर जाता है तो वह ठंड में मारता है और यदि नहीं जाता है तो भी वह ठंड में भूख मरने को विवश हो गया है।
एक नज़र डालते हैं पश्चिम उत्तर प्रदेश में ठंड से ठिठुर रहे लोगांे के जनजीवन पर
जनपद मुजफ्फरनगर में तापमान ज़ीरो से नीचे चल रहा है। इससे बचाव के लिए लोग जहां दिन में अलाव का सहारा ले रहे है वहीं रात्रि में भी अधिकांश लोगों को रेलवे स्टेशनों व आसपास की चाय की दुकानों पर अलाव जलाकर आग पर तापते देखा जाता है। तापमान के माइनस में होने की वजह से तथा ठंडी बर्फिली हवाएं चलने के कारण अधिकांश लोगों को सर्दी जुखाम आदि बीमारियों ने अपनी चपेट में लिया है।
खुले में रहने को मजबूर लोग आग के सहारे खुद को गर्म रखने की कोशिश करते दिखा जा सकते हैं। बाराबंकी उन ज़िलों में शामिल हैं जहां यूपी में ठंड के चलते सबसे ज्यादा लोग मारे गए हैं। यूपी में बीते 48 घंटों में 17 से ज्यादा लोग ठंड के कारण मारे गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कड़ाके ठंड पड़ रही है। ठंड की वजह से उत्तर प्रदेश में रविवार तक 17 और लोगों की जान चली गई थी। अब यहां सर्दी से मरने वालों की तादाद 155 तक जा पहुंची है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, मुजफ्फ़रनगर, बागपत, मुरादाबाद जैसे ज़िलों में सबसे ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। मुजफ्फ़रनगर राज्य का सबसे ठंडा शहर है। यहां का तापमान रविवार को 0.2 डिग्री दर्ज किया गया था इस कड़ाके की ठंड में भी लोग सड़क पर रात गुजारने को मजबूर हैं, लेकिन यहां रात आग के साथ कटती है। बावजूद इसके लोगों को राहत नहीं है। जमा देने वाली ठंड से इंसान बेहाल है ही जानवरों का जीना भी मुश्किल हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में ठंड से मरने वाली की संख्या हुई 26
उत्तर प्रदेश में ठंड से मरने वाली की संख्या मंगलवार को 26 तक पहुंच गयी है। जनपद सहारनपुर मंे हांड कंपा देने वाली ठंड लगने से 6 लोगों ने दम तोड दिया है।
वहीं दूसरी ओर जनपद मुजफ्फरनगर में भी रविवार को एक व्यक्ति की ठंड के कारण मौत हो गयी। इसके अलावा जनपद बिजनौर में भी पूरी तरह सर्दी की सफेद चादर में ढका हुआ है। बिजनौर में भी ठंड से मरने वालांे ने रफ्तार पकड ली है। ठंड से मरने वाली की संख्या सोमवार को बिजनौर में 6 हो गयी है। जबकि बागपत जनपद में ठंड से मरने वालों की संख्या 8 हो गयी है। इतना ही नहीं सोमवार को जनपद शामली में भी एक महिला सहित दो वृद्धों की मौत हो गयी।
ठंड की ठिठुरन पूरे उत्तर भारत में है। कोहरे की वजह से दिल्ली से सहारनपुर की ओर आने जाने वाली 18 ट्रेनों को रद्द किया गया है।
कोहरे की वजह से रद्द ट्रेनों
नौचंडी एक्सप्रेस 14512 मेरठ से सहारनपुर
इंटरसिटी एक्सप्रेस 14681 नई दिल्ली से जालंधर सिटी
इंटरसिटी एक्सप्रेस 14682 नई दिल्ली से जालंधर सिटी
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। देश के तमाम इलाकों में ठंड का कहर जारी है लेकिन उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में ठंड अपना कहर बरपा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद मुजफ्फरनगर का तापमान दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है जो शून्य से भी नीचे रिकार्ड किया जा रहा है। ठंड के कारण मंगलवार को जनपद शामली में एक महिला सहित दो की मौत हो गयी है। इसके चलते पिछले 48 घंटों में जनपद मुजफ्फरनगर, शामली सहित उत्तर भारत में रविवार को 26 लोगों की हाड कम्पकंपा देने वाली ठंड से मौत हो चुकी है। जबकि यूपी में पिछले रविवार को 17 लोगांे की ठंड के कारण मौत हो चुकी है। लोगों की माने तो इस बार ठंड ने पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड दिया है। परंतु मजे की बात यह है कि ठंड प्रतिदिन बढने के साथ साथ सूरज देवता भी अपने दर्शन रोजाना लोगों को दे रहे है जिस कारण लोगों को दिन में कुुछ राहत महसूस होती है। परंतु ठंड फिर भी चरम पर है। जनपद मुजफ्फरनगर में कल दिन सबसे ज्यादा थी। सोमवार को मुजफ्फरनगर का तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियम दर्ज किया गया था। मंगलवार को भी मुजफ्फरनगर का तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है।
ठंड के कारण मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के ग्राम गंगेरू निवासी जहर कुरैशी तथा ग्राम डूडाखेडा निवासी इमरती की मौत हो गयी है।
इस बार लोगों को कोहरे से कुछ राहत मिली है। वहीं दूसरी ओर कोहरे का असर ट्रेनों की आवाजाही पर भी पड़ा है। ट्रेनों और फ्लाइट्स का लेट होने का सिलसिला जारी हैठंड के कारण यातयात भी पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। सडकांे पर दौडने वाले वाहनों के पहियांे में ठंड का ब्रेक लग गया है तो कुछ वाहन धीमी गति से चल रहे है। वहीं दूसरी ओर ठंड में कोहरे को मध्यनजर रखते हुए करीब दो माह पहले ही दर्जनों से ज्यादा ट्रनों को रद््द कर दिया गया था तो कुछ ट्रेने तीन-चार घंटे तक रद्द चल रही है। जिसके कारण ठिठुर भरी ठंड में यात्रियों को स्टेशनों पर टेªनों के आने के इंतजार में खडे देखा रहा है।
हलांकि सुबह दस बजे के लगभग सूर्यदेव ने अपनी झलक दिखला दी थी लेकिन बुधवार को देखना है कि वह भी बाहर आएंगे या अपने घर दुबके रहेंगे। मौसम विभाग के सूत्रों की माने तो आज सुबह हवा का रुख कल और परसों के मुकाबले ज्यादा तेज था। हवा की रफ्तार एक से चार किलोमीटर प्रति घंटे की बनती बिगड़ती रही। सुबह कल की तरह कोहरे का नामोनिशां दूर दूर तक नहीं था। विजिबिलिटी साफ थी।
वैसे मंगलवार सुबह बर्फीली हवाओं के बाद सुबह दस बजे जब सूर्य देव ने दर्शन दिए, तो लोगों ने कुछ राहत की सास ली। दोपहर तक सुबह के मुकाबले शीत लहर में कमी आई, लेकिन ठंडक बनी रही। दोपहर बाद मौसम सामान्य के बराबर सा दिखाई दिया। इस ठंडक की परवाह न करते हुए लोग जरा सी धूप किसी तरह बदन को छू भर जाए, सी हसरत लिए बाहर सड़कों और पार्कों तक पहुंच गए। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो एक दिन तक इसी तरह का सिलसिला चलता रहेगा। कभी ठंडी हवा हौले हौले चलेगी तो कभी तेज झोंका देकर ठिठुरने को मजबूर कर देगी।
चाय समोसे की दुकानों वालों की कट रही चांदी
ठिठुरभरी ठंड से जहां लोगों अपने ठंडे होते शरीर को तापने के लिए गर्म चाय, कॉफी आदि का सहारा ले रहे है। चाय की दुकानों व होटलों में लोगों को चाया कॉफी पीते देखा जा रहा है। स्टेशनों, बस स्टैण्ड, रोडवेज बस स्टैण्ड आदि जगह बनी चाय की दुकानों पर लोगो की भीड लगी हुई है। चाय समोसे वालों की ठंड में चांदी कट रही है। चाय पीने के बहाने लोग चाय की दुकानांे पर जाकर भट्टी के सामने खडे होकर अपने आपको तापते देखे जा रहे है।
गरीबों को भारी पड रही ठंड में दो जून की रोटी जुटाना
ठिठुरभरी ठंड से जहां लोगों का शरीर जाम होने की स्थिति में पहुंच गया है वहीं बर्फिली हवाओं से लोगों को ओर भी ज्यादा परेशानी में डाल दिया है। गरीब मजदूरांे को भारी परेशानी में देखा जा रहा है। गरीब मजदूर लोग इस ठंड में भी पेट की भूख मिटाने के लिए मजदूर पर जाने को मजबूर है और ठंड में भी दो जून की रोटी कमाने के लिए ठंडे पानी तक में काम कर रहे है। जबकि अमीर लोग अपने घरों में रजाईयों में बैठे है तो वहीं कुछ लोग अपने ऑफिसों में हिटर लगाकर आमराम फरमाते देखे जा रहे है लेकिन कुछ भी हो ठंड का ज्यादा असर गरीबों की रोजी रोटी पर पड रहा है। यदि गरीब काम पर जाता है तो वह ठंड में मारता है और यदि नहीं जाता है तो भी वह ठंड में भूख मरने को विवश हो गया है।
एक नज़र डालते हैं पश्चिम उत्तर प्रदेश में ठंड से ठिठुर रहे लोगांे के जनजीवन पर
जनपद मुजफ्फरनगर में तापमान ज़ीरो से नीचे चल रहा है। इससे बचाव के लिए लोग जहां दिन में अलाव का सहारा ले रहे है वहीं रात्रि में भी अधिकांश लोगों को रेलवे स्टेशनों व आसपास की चाय की दुकानों पर अलाव जलाकर आग पर तापते देखा जाता है। तापमान के माइनस में होने की वजह से तथा ठंडी बर्फिली हवाएं चलने के कारण अधिकांश लोगों को सर्दी जुखाम आदि बीमारियों ने अपनी चपेट में लिया है।
खुले में रहने को मजबूर लोग आग के सहारे खुद को गर्म रखने की कोशिश करते दिखा जा सकते हैं। बाराबंकी उन ज़िलों में शामिल हैं जहां यूपी में ठंड के चलते सबसे ज्यादा लोग मारे गए हैं। यूपी में बीते 48 घंटों में 17 से ज्यादा लोग ठंड के कारण मारे गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कड़ाके ठंड पड़ रही है। ठंड की वजह से उत्तर प्रदेश में रविवार तक 17 और लोगों की जान चली गई थी। अब यहां सर्दी से मरने वालों की तादाद 155 तक जा पहुंची है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, मुजफ्फ़रनगर, बागपत, मुरादाबाद जैसे ज़िलों में सबसे ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। मुजफ्फ़रनगर राज्य का सबसे ठंडा शहर है। यहां का तापमान रविवार को 0.2 डिग्री दर्ज किया गया था इस कड़ाके की ठंड में भी लोग सड़क पर रात गुजारने को मजबूर हैं, लेकिन यहां रात आग के साथ कटती है। बावजूद इसके लोगों को राहत नहीं है। जमा देने वाली ठंड से इंसान बेहाल है ही जानवरों का जीना भी मुश्किल हो रहा है।
उत्तर प्रदेश में ठंड से मरने वाली की संख्या हुई 26
उत्तर प्रदेश में ठंड से मरने वाली की संख्या मंगलवार को 26 तक पहुंच गयी है। जनपद सहारनपुर मंे हांड कंपा देने वाली ठंड लगने से 6 लोगों ने दम तोड दिया है।
वहीं दूसरी ओर जनपद मुजफ्फरनगर में भी रविवार को एक व्यक्ति की ठंड के कारण मौत हो गयी। इसके अलावा जनपद बिजनौर में भी पूरी तरह सर्दी की सफेद चादर में ढका हुआ है। बिजनौर में भी ठंड से मरने वालांे ने रफ्तार पकड ली है। ठंड से मरने वाली की संख्या सोमवार को बिजनौर में 6 हो गयी है। जबकि बागपत जनपद में ठंड से मरने वालों की संख्या 8 हो गयी है। इतना ही नहीं सोमवार को जनपद शामली में भी एक महिला सहित दो वृद्धों की मौत हो गयी।
ठंड की ठिठुरन पूरे उत्तर भारत में है। कोहरे की वजह से दिल्ली से सहारनपुर की ओर आने जाने वाली 18 ट्रेनों को रद्द किया गया है।
कोहरे की वजह से रद्द ट्रेनों
नौचंडी एक्सप्रेस 14512 मेरठ से सहारनपुर
इंटरसिटी एक्सप्रेस 14681 नई दिल्ली से जालंधर सिटी
इंटरसिटी एक्सप्रेस 14682 नई दिल्ली से जालंधर सिटी
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