मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री नितिन मलिक ने बताया कि केंद्र ने प्रस्तावित रैपिड रेल कॉरिडोर की संख्या तीन से बढ़ाकर पांच कर दी है जिसमें मुजफ्फरनगर का नाम शामिल होने की उम्मीद थी। दिल्ली से अलवर, दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-पानीपत नामक तीन रैपिड रेल कॉरिडोर का ऐलान पहले किया जा चुका है। अब वर्तमान योजनानुसार आगामी दिनों में जब रोहतक होते हुए रैपिड रेल हिसार तक पहुंच सकती है तो मेरठ बाईपास तक आने के बावजूद भी मुजफ्फरनगर तक क्यों नहीं पहुंच सकती। आखिर केंद्र सरकार को कई दशकों से चला आ रहा जनपद का महत्व क्यों नहीं दिखाई देता। मुजफ्फरनगर से लाखों नौजवान, व्यवसायी एवं सरकारी कर्मचारी नौकरी एवं अन्य कार्यो हेतु दिल्ली आवागमन करते हैं। आज उक्त विषय पर शाकुन्तलम स्थित जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र सिंह बिल्लू के आवास पर बैठक आहूत की गयी। बैठक की अध्यक्षता सीपी सिंह एवं संचालन अरूण जावला ने किया। भाजयुमो नेता नितिन मलिक ने कहा कि मीडिया ने अब तक योजनाओं एवं विकास से संबंधित विषयों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। मीडिया के हवाले से आयी इस सूचना पर मुजफ्फरनगर को दिल्ली से मेरठ होते हुए रैपिड रेल कॉरिडोर योजना के अंतर्गत जोड़ने की मांग करते हैं। कृषि एवं औद्योगिक बहुल क्षेत्र की चिंता करना केंद्र एवं प्रदेश सरकार का नैतिक कर्तव्य है लेकिन इसकी निरंतर उपेक्षा की जा रही है। मुजफ्फरनगर को परिवहन की सुविधा से वंचित रखना बेहद अन्यायपूर्ण है क्योंकि सरकार की उक्त योजना प्रणाली सही नहीं है। नितिन मलिक ने कहा कि जिले के जनमानस की आवश्यकताओं एवं भावनाओं को ध्यान में रखकर सरकार इस पर पुनर्विचार कर प्लानिंग रिपोर्ट में मुजफ्फरनगर शहर का नाम सम्मिलित करें। आवश्यकता पड़ने पर उक्त विषय को लेकर जल्द रूपरेखा तैयार की जायेगी। बैठक में जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र सिंह बिल्लू, जिला बार संघ सचिव अनुराग सिंह, बार काउंसिल के पूर्व प्रत्याशी एडवोकेट प्रदीप मलिक, डीएवी छात्र संघ महासचिव अनिमेष चौधरी, सानुज मलिक, कमल गुप्ता, डा. वीरेंद्र सिंह, अरूण जावला, विराज चौधरी, शेखर लाटियान, विजेंद्र बालियान, मनोज खोखर आदि मौजूद रहे।
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