मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। राष्ट्रीय मजदूर संगठन के मंडल संयोजक विकास बालियान ने कहा प्रेस को जारी बयान में कहा कि आज सरकार ने गन्ने का मूल्य 280 रूपये प्रति कुन्तल सामान्य प्रजाति का किया है। अगेती प्रजाति का मूल्य 290 रूपये किया है लेकिन वो गन्ना अवशेष नहीं है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की मांग थी कि चीनी का दाम 32 रूपये प्रति किलो से ज्यादा न हो और गन्ने का दाम 300 रूपये प्रतिकुन्तल से कम न हो। आज कल चीनी का बढे उपभोक्ता ग्रामीण अंचल में बसने वाले लोग है। ऐसे में उन्हें दोहरा नुकसान झेलना पडेगा। गन्ना वो 280 रूपये प्रति कुन्तल देंगे और चीनी 45 रूपये प्रति किलो खरीदेंगे। आज जबकि चीनी का दाम 40-45 रूपये प्रति किलो है ऐसे मंे गन्ने का दाम 400 रूपये प्रति कुन्तल होना चाहिए था। मगर सरकार ने हमेशा की तरह करोडों गन्ना किसानों के लिए ना सोचकर 6-7 दर्जन चीनी मिल मालिकों को ही लाभ पहुंचाने का काम किया। हम सरकार के इस मूल्य को खारिज करते है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की मांग है कि गन्ने का मूल्य अगर 280 रूपये प्रति कुन्तल ही रखना है तो चीनी का मूल्य 28 रूपये प्रति कुन्तल से ऊपर न हो। सरकार ने बढती महंगाई के बावजूद किसान को लाभकारी मूल्य नहीं दिया। इसका कारण किसानों का संगठित न होना भी हो।
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