मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की मांग को लेकर दर्जनों जनपदों के हजारों अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट बैंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले अपनी आवाज को बुलंद किया। विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक संगठनों एवं राजनैतिक दलों ने भी अधिवक्ताओं की मांग का पुरजोर समर्थन करते हुए उनके हक में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ने की बात कही। आज जनपद के अधिवक्ताओं ने अपने चैम्बरों में तालाबंदी रखी।
कचहरी स्थित फैंथम हॉल में हाईकोर्ट बैंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले संगठन के चेयरमैन तथा मेरठ के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक शर्मा व कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर पंवार की मौजूदगी में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुए संगठन के चेयरमैन अशोक शर्मा ने कहा कि पिछले तीस वर्षों से अधिवक्ता वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बैंच की मांग के लिए प्रयासरत हैं लेकिन केन्द्र सरकार ने अभी तक इस मांग को पूरा नहीं किया है।
मुख्य अतिथि अशोक कुमार शर्मा एडवोकेट ने कहा कि संघर्ष समिति पिछले कई वर्षो से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की मांग करती आ रही है तथा केंद्रीय संघर्ष समिति अपनी इस मांग को पूूरा कराकर ही दम लेगी। कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर पंवार ने कहा कि अधिवक्ताओं की यह लडाई अब नहीं रूकेगी तथा हम अपने उद्देश्य से पूर्व रूकने वालांे में से नहीं है एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना कराना ही एकमात्र लक्ष्य है।
जिला बार संघ मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष राजेश्वर दत्त त्यागी व महासचिव सुरेन्द्र कुमार मलिक ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह के प्रयासों से इस बार आस जगी है। उन्होंने कहा कि अजित सिंह इस मामले में केन्द्रीय कानून मंत्री अश्वनी कुमार से वेस्ट यूपी के अधिवक्ताओं के साथ मिले थे और उनके सकारात्मक रूख से लग रहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बैंच बनेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई बार मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में धरना, प्रदर्शन, रेल रोको तथा बाजार बंद करते हुए अधिवक्ताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के लिए अपनी आवाज को बुलंद किया। अनेक जिलों से आये बार संघ के पदाधिकारियों व अधिवक्ताओ ने कहा कि हाईकोर्ट बैंच चाहे मेरठ में हो या आगरा में चाहे मुरादाबाद में, वेस्ट यूपी के उन्नीस जिलों में से किसी एक में भी हाईकोर्ट बैंच देने का निर्णय केन्द्र सरकार को लेना चाहिए। इससे अधिवक्ता ही नहीं बल्कि मुवक्किलों को भी राहत मिलेगी क्योंकि इलाहाबाद तकरीबन सात आठ सौ किमी दूर है और वहां आने जाने में कई दिन भी लगते हैं। यशपाल सिंह राठौर, सुरेंद्र शर्मा, जबर सिंह राणा, सहदेव त्यागी, नरेश तिरपड़ी, प्रणजय चौहान ने भी अपने विचार रखे।
बैठक में पूर्व सांसद सईदुज्जमा, पूर्व पालिकाध्यक्ष डा. सुभाष चंद शर्मा, पूर्व मंत्री सुधीर बालियान, पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश, पंडित उमादत्त शर्मा, शिवसेना नेता मनोज सैनी, आनन्द प्रकाश गोयल, अरूण चौधरी, अरविंद दीक्षित सहित विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के नेताओं ने भी अपनेविचार रखे। दैनिक रेल यात्री संगठन के अध्यक्ष घनश्याम भगत व महामंत्री दीपक कुमार ने भी दैनिक रेल यात्री संघर्ष समिति के बैनर तले अधिवक्ताओं की मुहिम को अपना समर्थन दिया। इसके पंचायती गुरूद्वारा समिति के प्रधान सरदार प्रतिपाल सिंह कथूरिया व खालसा दल ने भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के समर्थन में संघर्ष कर रहे अधिवक्ताओं को अपना समर्थन देने की घोषणा की। शहीद भगत सिंह एकता मंच के अध्यक्ष अनमोल छाबड़ा, आईआईए के अध्यक्ष कुश पुरी व पूर्व अध्यक्ष विपुल भटनागर सहित अन्य उद्यमियों ने भी वकीलों की हाईकोर्ट बैंच की मांग का पुरजोर समर्थन किया।
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