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Sunday, March 17, 2013

रेप में नाकाम होने पर किया छात्रा का मर्डर, पुलिस खाली हाथ


रेप में नाकाम होने पर किया छात्रा का मर्डर, पुलिस खाली हाथ 
आगरा. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोलकाता में एक रैली में कहा है कि जल्द ही महिला सुरक्षा बिल पारित किया जाएगा लेकिन शनिवार का पूरा दिन महिलाओं के खिलाफ अपराधों के नाम रहा। मध्य प्रदेश में विदेशी सैलानी और एक महिला के साथ गैंगरेप हुआ तो आगरा के दयालबाग एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूट (डीईआई) में छात्रा की निर्मम हत्‍या का मामला सामने आया। शुक्रवार रात मारी गई छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन छात्रा का कत्‍ल इतनी बेरहमी से हुआ था कि शैतान भी कांप जाए।
पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक रेप के निशान नहीं मिले हैं। लेकिन प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ की गई थी। फॉरेंसिक जांच के लिए उसके वेजाइनल स्राव, नाखून, बाल और लार को प्रिजर्व किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक उसकी मौत काफी  खून बहने से हुई। छात्रा को क्‍लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश किया गया था। इसके बाद दुपट्टे से उसके हाथ बांध दिए गए। जब वह होश में आई तो अपराधी ने सर्जिकल ब्‍लेड से गले पर वार किया। खून बहने लगा। जब वह चिल्‍लाई तो दुपट्टे से मुंह भी बांध दिया। इसके बाद ब्‍लेड से उसके कपड़े फाड़ दिए। हत्यारे ने अगला वार पेट पर किया। अपराधी ने आंतें बाहर आने तक पेट पर सर्जिकल ब्‍लेड चलाया। हर बार डेढ इंच गहरा वार हुआ। छोटी और बड़ी आंतें बाहर आ गईं। इसके बाद अपराधी ने पैरों और जांघ पर ब्‍लेड चलाया। इससे छात्रा का पूरा बदन लहुलुहान हो गया।
इस जघन्‍य मामले के विरोध में आगरा सड़क पर आ गया। शनिवार को दिनभर हजारों युवा सड़क जाम और विरोध प्रदर्शन करते रहे। जब छात्र-छात्राओं ने न्‍याय मांगा तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर उसका जवाब दिया। देर शाम कैंडिल मार्च निकालकर प्रदर्शन खत्‍म किया गया। युवाओं ने कहा है कि वे रविवार को भी विरोध करेंगे। इधर, डॉक्‍टर का कहना है कि हत्‍यारा सर्जिकल ब्‍लेड का इस्‍तेमाल करना जानता था। आम तौर पर लोग ब्‍लेड या चाकू को तिरछा उपयोग करते हैं। लेकिन हमलावर ने सीधा वार किया। वह जानता था कि कितने वार से पेट की अंतडि़यां बाहर आ जाएंगी।
दिनभर आगरा में प्रतिरोध और हंगामे के बावजूद हत्‍यारे का रहस्‍य अब तक बना हुआ है। पुलिस शुक्रवार की शाम से सर्विलांस तकनीक से जांच कर रही थी। लेकिन जांच की यह दिशा बेकार साबित हुई। छात्रा ने सबसे ज्‍यादा कॉल अपने ब्वॉयफ्रेंड को किया था। मौत के कुछ घंटे देर पहले उसकी लंबी बात हुई थी। लेकिन ब्‍वायफ्रेंड का मोबाइल लोकेशन नोएडा पाया गया। उसका फिंगरप्रिंट भी घटनास्‍थल से मैच नहीं हुआ। दोनों की दो महीने बाद ही शादी होने वाली थी। इसके अलावा फोन से जितने लोगों की बातें हुई हैं उनमें से किसी का भी फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो सका।
एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे के मुताबिक क्राइम ब्रांच का अस्‍थाई कार्यालय डीईआई परिसर में ही बनाया गया है। उन्‍होंने बताया कि इंस्‍टीट्यूट के 25 छात्रों और शिक्षकों के फिंगरप्रिंट लिए हैं। जरूरत पड़ी तो डीईआई के हर टीचर और छात्र के ऊंगलियों के निशान लिए जाएंगे। उन्‍हें पूरा विश्‍वास है कि हत्‍यारा छात्रा का जानने वाला था और अक्‍सर डीईआई लैब में आता था। अपराधी हत्‍या करने के बाद छात्रा के बैग को भी अपने साथ ले गया था। हत्‍या के बाद उसने इत्मीनान से इस बैग में छात्रा और उसकी टीचर का रिसर्च पेपर, रजिस्‍टर, प्रश्‍न पत्र और इसके उत्‍तर की कॉपी और लैपटॉप रखा था। बैग खेलगांव में दीवार के पार मिला है। जहां हत्‍यारे ने छात्रा की कार को लावारिस हालत में छोड़ा था।
इससे पहले दोपहर में न्यू आगरा थाने के पास हंगामे के बाद छात्रों ने जमा होकर थाने के सामने एमजी रोड पर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे जाम के बाद शहर में ट्रैफिक के हालात खराब हो गए। पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज किया जिससे कई छात्रों को चोट आई। इसके बाद छात्रों के हंगामे से हालात पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो गए। तब आगरा के एसएसपी एससी दुबे ने छात्रों को रात तक मामला हल करने का आश्‍वासन दिया। पहले तो स्टूडेंट वापस लौट गए लेकिन कुछ देर बाद फिर से वापस एमजी रोड पर आ गए और फिर से रोड जाम करने की कोशिश की। 
छात्रों का आरोप था कि ‘दामिनी’ के पोस्‍टमार्टम में जानबूझकर देरी की जा रही है। ताकि रेप का मामला टाला जा सके और देर होने पर आक्रोश कम होगा। एसएसपी से बात कर दोपहर करीब ढाई बजे सारे विद्यार्थी वापस लौट गए। छात्रों ने शाम को इस ‘दामिनी’ के लिए कैंडिल मार्च करने का फैसला किया है। शनिवार सुबह छात्रों का गुस्‍सा तब भड़क गया जब डीईआई प्रबंधन ने छात्रा के लिए शोकसभा नहीं रखी। यहां तक कि परीक्षाएं भी जारी रखी गई। छात्र-छात्राओं ने यहां भी हंगामा किया। तब प्रबंधन ने कह दिया कि परीक्षा न देने पर नंबर काट लिए जाएंगे। तब डीईआई में खूब प्रदर्शन हुआ। इसके बाद आक्रोशित छात्र थाना न्‍यू आगरा की ओर बढ़े थे।
बहुत शातिर था हत्यारा
दयालबाग एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूट (डीईआई डिम्‍ड यूनिवर्सिटी) के बायोटेक्‍नोलॉजी लैब में शोध छात्रा की निर्ममता पूर्वक हत्‍या करने वाले बेहद शातिर था। पुलिस को खेलगांव से बरामद कार में दिल्‍ली के नंबरों वाली दो प्‍लेट मिली हैं। यह कार छात्रा की थी और हत्‍या के बाद इसी से भागने की योजना थी। लेकिन प्‍लान बदल कर जिसे बाद में लावारिस हालत में छोड़ दिया था। एसएसपी के मुताबिक दूसरी नंबर प्‍लेट से वह पुलिस की जांच से बचना चाहता था। हत्‍यारा छात्रा का मोबाइल और लैपटॉप साथ ले गया है। आशंका है कि इसी लैपटॉप में उससे संबंधित जानकारी रही होगी। पूरी वारदात 17 मिनट से भी कम वक्‍त में अपराधी ने अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की शाम 5.14 बजे छात्रा की बहन ने उसे कॉल किया था। कुल छह मिनट बात हुई। मोबाइल पर अगली कॉल शाम 5.37 बजे की है। 
sabhar dainikbhaskar.com

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